Monday, June 04, 2012

..आओ बैठो ....कुछ और भी बताना है
एक नयी कहानी सुनानी है
एक नयी  कहानी बनानी है

एक नज़्म अगर जो  सुन लो तुम
एक लतीफा युहि अगर हँस लो तुम

...एक खामोश सी कहानी सुन लो तुम
...एक बादलों का गुच्छा धुन लो तुम
...एक फीकी सी कहानी चख लो तुम
..एक मीठी सी खुशबू भर दो  तुम

एक किरदार को ज़िन्दगी अता कर दो तुम
एक लम्हे को सदिया कर दो तुम

..आओ बैठो ....कुछ और भी बताना है
एक नयी कहानी सुनानी है
एक नयी  कहानी बनानी है