जहाँ नहीं है वही होना चाहता है
और जहाँ है वही से कौसो दूर है। …
देर रात jogging की ख्याइश बुनता है
भरी दोहपहरी में किसी पहाड़ की चोटी छूना चाहता है
जब music सुनने का option पास ना हो, तभी कुछ सुनने की तलब होती है
और जब होता है, तो कुछ ही देर में सब सुना सुना सा लगता है
कभी सारी दुनिया को switch off करके कोई किताब पढ़ने को तरसता है
और जब किताबें सामने हो तो सब समेट कर सोने का ढ़ोंग करता है
और जब सोने लगता है तो वोह भी time waste सा लगता है
जो है वो नहीं चाहिए।।।
और क्या चाहिए पता नहीं पर बहुत ज़रूरी और जल्दी चाहिये। …
और जहाँ है वही से कौसो दूर है। …
देर रात jogging की ख्याइश बुनता है
भरी दोहपहरी में किसी पहाड़ की चोटी छूना चाहता है
जब music सुनने का option पास ना हो, तभी कुछ सुनने की तलब होती है
और जब होता है, तो कुछ ही देर में सब सुना सुना सा लगता है
कभी सारी दुनिया को switch off करके कोई किताब पढ़ने को तरसता है
और जब किताबें सामने हो तो सब समेट कर सोने का ढ़ोंग करता है
और जब सोने लगता है तो वोह भी time waste सा लगता है
जो है वो नहीं चाहिए।।।
और क्या चाहिए पता नहीं पर बहुत ज़रूरी और जल्दी चाहिये। …
है तो बस........  एक ख़ालीपन
                           बेक़रारी 
                           बेचैनी
                           बेसब्री
 
 
