बदलते मौसम अक्सर उदास करते है
बदलते मौसम में अक्सर ऐसा होता है
एक महक हवाओं में गूंजा करती है
एक शोर कानों में ठहर जाता है
ओस कुछ देर तलक टपकती है शब् भर
और शब् गुज़ारे नहीं गुज़रती है
शाम तक शज़र भी सभी सो जाते है
पंछी बिन शोर करे शाख पर सो जाते है
बदलते मौसम अक्सर उदास करते है
बदलते मौसम में अक्सर ऐसा होता है
बदलते मौसम में घर याद आता है.....
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